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शनिवार, 3 नवंबर 2018

रश्मि-राग

    जो कहती हो कहानी अपनी, अब सब गीत करना है।
    सभी प्राणों में बस जाए, कुछ ऐसी प्रीत करना है।
    मैं लिख दूँगा कहानी सब, ज़रा इककार ये कर दो
    मुझे जो गीत करना है, तुम्हें संगीत करना है...❤

    ©शुभम कहता है...

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रश्मि-राग

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