जग की प्रेम निशानी हो तुम राधिके कान्हा की ही दीवानी हो तुम राधिके जिनमें घुल के कन्हैया भी उज्जवल हुए ऐसी यमुना का पानी हो तुम...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें